अग्री भारत समाचार से ब्यूरो चीफ मु. शफाकत दाउदी की रिपोर्ट
आलीराजपुर । हम सभी प्रकृति का किसी न किसी रूप में अपनी जरूरतों के हिसाब से उपयोग करते हैं, लेकिन बदले में प्रकृति को देना भूल जाते हैं। जल गंगा संवर्धन के माध्यम से हम अपनी प्राकृतिक स्त्रोत को सहेज के रख सकते हैं। जल गंगा संवर्धन का मुख्य उद्देश्य ही अपने आस पास के जल स्त्रोतों का संरक्षण एवं जीर्णोद्धार करना है, ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन सके और उन्हें भी प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण के लिए प्रेरणा मिल सके। यह बात आलीराजपुर जिले में आयोजित पंच सरपंच सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं श्रम विभाग मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने की उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत को आत्मनिर्भर बनना चाहिए, ताकि आप अपने क्षेत्र का और अधिक विकास कर सकें। धरती आबा योजना के तहत गांवों में सड़क, पानी, बिजली जैसी बुनियादी सेवाओं का विस्तार किया जाना चाहिए और ऐसी कार्ययोजना तैयार करना चाहिए जिससे पंचायत को राजस्व प्राप्त हो और वहां के निवासियों को रोजगार उपलब्ध हो सके। शासन द्वारा राज्य की ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाना और ग्रामीण विकास को गति देने के लिए प्रदेश के सरपंचों को प्रशासनिक स्वीकृति अब 15 लाख की बजाय 25 लाख की गई है। जिससे वह अपनी ग्राम पंचायत में निर्माण कार्य और अधिक कर अपनी ग्राम पंचायत को आत्मनिर्भर बना सके।
शासन द्वारा ग्रामीण महिलाओं के समूह बनाकर ऋण देकर लखपति दीदी बनाकर महिला सशक्तिकरण को गति दी जा रही है । आलीराजपुर जिले में ही 7 हजार 5 सौ से अधिक समूह बनाकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जल स्रोतों को बढ़ाने के लिए सॉफ्टवेयर का निर्माण किया गया है। सॉफ्टवेयर के माध्यम से तालाब निर्माण के दौरान भूमि का चयन करना आसान होगा, इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से तालाब निर्माण के पूर्व ही हमें यह पता रहेगा कि पानी का संरक्षण हो पाएगा या नहीं ।इस दौरान उन्होंने बताया कि कैबिनेट बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया है कि किसी भी व्यक्ति की दुर्घटना के दौरान उसकी मदद करने वाले व्यक्ति को 25 हजार की राशि शासन द्वारा दी जाएगी । उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में 11 सौ से अधिक पंचायत भवनों का निर्माण किया जाएगा । प्रत्येक पंचायत भवन की नवीन डिजाइन अनुसार यह 3 मंजिला होगी, जिसके लिए 47 लाख रूपये भी स्वीकृत किए जाएंगे । उन्होंने उपस्थित सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा कि पंचायत भवन विहीन पंचायत अपने अपने क्षेत्र में पंचायत भवन का निर्माण करने के लिए कार्ययोजना तैयार करें ।
फलिया सड़क से विकास को मिलेगी गति -मंत्री चौहान।
इस दौरान अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के कृषकों को सिंचाई के लिए नर्मदा सिंचाई योजना का लाभ मिलना प्रारंभ हो गया है, शेष गांवों को भी जल्द ही मॉ नर्मदा का पानी उपलब्ध हो सकेगा, जिससे किसान अतिरिक्त फसल के साथ-साथ शुद्ध पेयजल प्राप्त कर सकेंगे। आने वाले समय में जिले की प्रत्येक ग्राम के प्रत्येक घरों में नल जल योजना का लाभ मिलेगा। इस दौरान उन्होंने बताया कि जिले में जल्द ही प्रत्येक ग्राम पंचायतों में फलिया सड़क का निर्माण किया जाएगा । जिससे ग्रामीण क्षेत्र के निवासी एवं क्षेत्र का ओर अधिक विकास हो सकेगा । इस दौरान पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल एवं मंत्री नागर सिंह चौहान ने मनरेगा योजना के तहत अमृत सरोवर तालाब निर्माण कार्य की राशि 2.93 करोड़ , खेत तालाब निर्माण कार्य की राशि 20.39 करोड़ एवं बोरवेल रिचार्ज कार्य की राशि 8.09 करोड़ के कार्यों का शिलान्यास किया । इस दौरान कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर , मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रखर सिंह , स्थानीय जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में पंच सरपंच एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
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