लोकल फॉर वोकल से आत्मनिर्भर भारत के लिए किया आव्हान ।
अग्री भारत सामाचार से ब्यूरो चीफ़ मु. शफ़क़त दाऊदी की रिपोर्ट ।
आलीराजपुर । जिले के ग्राम नानपुर में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त मध्यप्रदेश तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष रविकरण साहू गुरुवार को श्रीराम कथा में पहुंचे, जहां उन्होंने राठौड़ समाज द्वारा श्रीराम कथा में आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता की। यह आयोजन राठौड़ तेली समाज भवन में संपन्न हुआ, जिसमें समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और समाजजनों ने आत्मीयता के साथ प्रदेशभर से पधारे अतिथियों का स्वागत किया।
तीन साल से नंगे पांव जब तक 10 विधायक नहीं तब तक नहीं पहनेंगे चप्पल ।
सभा को संबोधित करते हुए रविकरण साहू ने बताया कि जब वे तीन साल पहले साहू राठौड़ समाज के प्रदेश अध्यक्ष बने थे, उस समय समाज का कोई भी प्रतिनिधि विधानसभा में नहीं था। इस परिस्थिति से आहत होकर उन्होंने मां नर्मदा के तट पर संकल्प लिया कि जब तक समाज के 10 विधायक विधानसभा में नहीं पहुंचते, वे जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे। इसी संकल्प के तहत वे पिछले तीन वर्षों से नंगे पांव प्रदेशभर में भ्रमण कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह संकल्प सिर्फ उनके आत्मसम्मान और समाज की भागीदारी के लिए है, और जब तक लक्ष्य पूरा नहीं होता, वे इस राह पर अडिग रहेंगे।
योजनाओं का लाभ समाज तक पहुंचे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आग्रह ।
रविकरण साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि वे समाज को संगठित करने और सरकारी योजनाओं का लाभ समाज तक पहुंचाने के लिए लगातार पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेल व्यवसाय से जुड़े लोग तेलघानी बोर्ड की योजनाओं का लाभ लें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को अपनाएं । उन्होंने समाज के व्यापारियों से अपील की कि वे स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा दें और स्वदेशी उत्पादों को अपनी दुकानों में प्राथमिकता दें। मीडिया प्रभारी जयदीप राठौड़ ने बताया की कार्यक्रम में राठौड़ तेली समाज अध्यक्ष राजेश राठौड़ ने समाज की ओर से मांग रखते हुए कहा कि नानपुर में राठौड़ तेली समाज मांगलिक भवन एवं स्कूल के लिए जमीन,एवं महिला मंडल संकीर्तन संस्कार सभा कक्ष और राष्ट्वीर दुर्गादास प्रतिमा स्थापना एवं सौंदर्यीकरण हेतु एक करोड़ रुपये की राशि शासन से स्वीकृत करवाई जाए। इस पर रविकरण साहू ने समाज को भरोसा दिलाते हुए कहा कि वे इस दिशा में सकारात्मक प्रयास करेंगे और समाज की सुविधाओं के लिए हर संभव मदद करेंगे।
मुख्य अतिथि और मंचासीन पदाधिकारी ।
कार्यक्रम के दौरान मंच पर तेली घानी बोर्ड अध्यक्ष व केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त रविकरण साहू, अखिल भारतीय तेली महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम अस्तोलिया, नमो नमो समिति के इंदौर संभाग प्रभारी जेपी साहू, खरगोन जिलाअध्यक्ष मिश्रीलाल राठौड़, बड़वानी जिलाध्यक्ष हुकुमचंद्र ,प्रदेश महामंत्री, तेलगानी बॉर्डर राजपुर विधानसभा प्रतिनिधि,तेलघानी बोर्ड बड़वानी वि सभा प्रतिनिधि मनोज साहू धार तेलगानी बोर्ड विधानसभा प्रतिनिधि जितेंद्र साहू अलीराजपुर तेलगानी बोर्ड विधानसभा क्र 191 प्रतिनिधि गजेन्द्र राठौड़,जोबट तेलगानी बोर्ड विधानसभा क्र 192 प्रतिनिधि शंकर लाल राठौड़,राधेश्याम साहू जुलवानिया,बड़वानी जिला उपाध्यक्ष दिलीप राठौड़,खट्टाली अध्यक्ष रमेश राठौड़ विशेष रूप से मंचासीन थे।
समाजजन और मातृशक्ति ने किया भव्य स्वागत ।
अतिथियों का स्वागत समाज अध्यक्ष राजेश राठौड़ उपाध्यक्ष रणछोड़ राठौड़,संजय राठौड़ सचिव अंकुश राठौड़,सचिन राठौड़,कोषाध्यक्ष राकेश राठौड़,मीडिया प्रभारी जयदीप राठौड़, संस्कृति सचिव डिंपू राठौड़, मनोज राठौड़,संरक्षक दिनेश राठौड़, परामर्शदाता सुनील राठौड़, रामनारायण राठौड़, कृष्ण राठौड़, पुष्कर राठौड़,कान्हा राठौड़,पूर्व अध्यक्ष बंसीलाल राठौड़, सोमचंद राठौड़,राकेश राठौड़,कैलाश राठौड़, प्रवीण राठौड़,हर्ष राठौड़, लक्की राठौड़,जितेंद राठौड़,निलेश राठौड़ विकास राठौड़,विशाल राठौड़, कुलदीप राठौड़,जगदीश राठौड़, कृष्ण राठौड़,रवि राठौड़, शुभम राठौड़,बबलू राठौड़ महिला अध्यक्ष शांतिबेन ,पूर्व अध्यक्ष गंगाबेन राठौड़,गायत्री बेन, सावित्रीबेन, यशोदा बेन, किरणबेन, गायत्रीबेन, रमिलाबेन, उषाबेन, सीमाबेन, आरतीबेन, पिंकीबेन, रेखा, अनिताबेन,आरतीबेन सहित अनेक समाजजनों ने किया।
कार्यक्रम का संचालन और व्यापक उपस्थिति ।
कार्यक्रम का संचालन राकेश राठौड़,और प्रदीप क्षीरसागर ने संयुक्त रूप से किया। आभार डिंपू राठौड़ ने माना। पधारे सभी अतिथियों ने स्थानीय साईं मंदिर में सहभोज किया। जोबट, भाभरा, बरझर, आलीराजपुर, कुक्षी, बड़वानी, खरगोन, धार, जुलवानिया, रतलाम, इंदौर,राजपुर,खट्टाली सहित विभिन्न क्षेत्रों से समाजजन बड़ी संख्या में कार्यक्रम में पहुंचे और अपनी एकजुटता का परिचय दिया । इस भव्य आयोजन के माध्यम से समाज के सामाजिक, धार्मिक एवं राजनीतिक उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों की एक सशक्त झलक देखने को मिली। कार्यक्रम के अंत में यह स्पष्ट हुआ कि राठौड़ समाज न केवल संगठित हो रहा है, बल्कि आत्मनिर्भरता और नेतृत्व की दिशा में भी लगातार आगे बढ़ रहा है।
Post a Comment