अग्री भारत सामाचार से शब्बीर कादरी की रिपोर्ट।
खंडवा । 16 सितंबर दिन मंगल बाद नमाजे़ इशा हज़रत खानशाहवली वार्ड क्रमांक 36 के अंतर्गत सुन्नी गुलशने मोहम्मदी मस्जिद गुलशन नगर खण्डवा में आयोजित की गई। जिसमें हिंदुस्तान की मशहूर व माअरुफ शख्सियत मुर्शीद ए आज़म मालवा, अता ए ख़्वाजा हुजुर मुफ्ती अनवार अहमद सहाब क़ादरी रज़वी डायरेक्टर अलजामियातुल गौसिया ग़रीब नवाज़ खजराना इंदौर शहजादा ए हुजुर अनवारे मिल्लत खलिफाए हुजुर ताजुश्शरिया व हुजुर का़इद ए मिल्लत हज़रत अल्लामा व मौलाना मुफ्ती अनवार हुसैन क़ादरी मिस्बाही सहाब मुफ्ती ए आज़म निमाड़ हज़रत अल्लामा व मौलाना मुफ्ती हसन रज़ा खान क़ादरी मंजरी सहाब शहजादा ए अबरारे मिल्लत आलिमे नबील फा़जिले जलील हज़रत अल्लामा व मौलाना गुलाम मुस्तफा क़ादरी साहब इंदौर से आए मुकररिर शहजादा ए हुजूर अनवारे मिल्लत मुफ्ती अनवर हुसैन मिस्बाही सहाब ने नौजवान बच्चों बच्चियों को चंद जरूरी मौजूहात पर बात बताई गई ।
नमाज़ की अहमियत और बरकतें नमाज़ में ही कामयाबी की चाबी है। नमाज़ में ही दिल का सुकून हैं। वक्त की कदर और उसका सही इस्तेमाल सोशल मीडिया और फिजुल मसरूफियत ने वक्त ज़ाया करने की आदत डाल दी हैं इससे बचने की ताकीद की और बताया वक्त ही सबसे बड़ी कीमती दौलत हैं।
मां बाप की खिदमत और उनके हुकूक आजकल के नौजवानों में मां-बाप की खिदमत की कमी को देखते हुए बताया गया मां के पैरों के नीचे जन्नत हैं और बाप जन्नत का दरवाजा हैं दोनों की बराबरी से खिदमत करें
अच्छे लोगों से दोस्ती करना जिनकी दुनिया और आखिरत कामयाब हो, अपनी हया और किरदार की पाकीज़गी बनाए रखें नौजवान लड़के व लड़कियां बेहयाई में ज्यादा फंस रहे हैं इसलिए इन्हें हया की अहमियत और पाक़ीज़ा जिंदगी गुजारने का तरीका बताया गया।
नशा और बुरे कामों से बचो आजकल के माहौल में सबसे बड़ा नशा मोबाइल का गलत इस्तेमाल।
नबी की सीरत (जिंदगी) नौजवानों के लिए आइडियल हैं। Prophet मोहम्मद सल्ललाहु तआला अलैहि वसल्लम
करीना ए जिन्दगी, इमान अकीदे व नबी ए करीम सल्ललाहु तआला अलैहि व सल्लम से सच्ची मोहब्बत व उल्फत, शाने अहले बेत (रदिअल्लाहु तआला अन्हुम), शान ए सहाबा (रदिअल्लाहु तआला अन्हुम) शान ए औलीया (रहमतुल्लाह अलैयह) शान ए बुजुर्गानेदीन(रहमतुल्लाह अलैयह) पर मुद्दलल व मुफ्फसल बयान हुआ। वाजो़ नसीहत के बाद हमारे मुल्क हिंदुस्तान में अमनो अमान कायम रहे खुशहाली की बहारें आए, देश तरक्की उन्नति करें ऐसी दुआएं मांगी गई ।
इस मौके पर शहर क़ाज़ी सय्यद निसार अली सहाब, मौलाना अबरार अहमद सहाब क़ादरी, मोहम्मद शब्बीर क़ादरी साहब, हाफिज व क़ारी अब्दुल हकीम साहब, हाफ़िज़ अब्दुर्रसूल शुत्तारी सहाब, मुफ्ती हसन रजा़ खान क़ादरी मंजरी सहाब, मौलाना गुलाम मुस्तफा क़ादरी साहब, हाफीज ज़ुबैर क़ादरी, मो.इदरिस खोकर, अय्युब भाई लाईट वाले, शकील भाई, रमज़ान मैकेनिक, तौसिफ खान, इंजीनियर आज़म खान, जिशान क़ादरी, असलम भाई, अरबाज क़ादरी, शेरा क़ादरी, रज़ा क़ादरी, अज़हर क़ादरी आदि उपस्थित थे ।
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