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संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र मे केन्द्र सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून करे पास।

                  संपादक मोहम्मद अमीन✍️.                       



नयी दिल्ली । पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय महासंगठन सर्वहितकारी पत्रकार परिवार महासंगठन ( रजि0) के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम प्रसाद ने भारत सरकार से मांग की है संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र मे ही पत्रकार सुरक्षा कानून को पारित कर लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पत्रकारों को सुरक्षा सुनिश्चित करे पत्रकारों को भारतीय संविधान लागू होने के 75 साल मे भी कोई सुरक्षा और  सुविधा नही दिया गया पत्रकार कल्याण के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों के बजट मे भी आज तक कोई स्थान नही मिला सबसे खराब स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों के पत्रकारों की है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और पूर्णतः असुरक्षित हैं सत्य पथ के अनुगामी होने के कारण सदैव इनके साथ अमानवीय यातनाएं,, उत्पीड़न सब बेखौफ होकर किया जाता है इसलिए भारत सरकार से सर्वहितकारी पत्रकार परिवार महासंगठन मांग करता है तत्काल पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाय। पत्रकार साथियों को न्याय मिले इसके लिए पत्रकार आयोग का गठन किया जाय जिसमें न्यायधीशों के साथ शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से वरिष्ठ पत्रकारों को भी प्रतिनिधित्व दिया जाए मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त जैसे अमानवीय लोकतांत्रिक विभेद को समाप्त किया जाए जिले स्तर से सूचना विभाग की सूची के आधार पर सभी पत्रकारों को एक समान महत्व दिया जाए। 


राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम प्रसाद ने पत्रकारों पर चुप्पी के लिए अब तक की सभी सरकारों की लापरवाही को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है आखिर पत्रकार जब अपनी जान जोखिम मे डालकर बाहुबलियों, माफियाओं और भ्रष्टाचारियों का सत्य उजागर करता है तो उसे पर्याप्त सुरक्षा कानून अब तक क्यों नही दिया गया पत्रकारों का अपमान कार्यपालिका और विधायिका मे बैठे लोग तब करतें हैं जब वह अपने समाचार संस्था के लिए विज्ञापन मांगता है वहाँ भी बडे अखबार और छोटे अखबार कहकर विज्ञापन देने से साफ इंकार कर दिया जाता है ऐसे मामलों मे सर्वहितकारी पत्रकार परिवार महासंगठन चुप नही बैठेगा अपितु लोकतांत्रिक तरीके से महामहिम राष्ट्रपति और माननीय प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जरूर सौपेगा ताकि लोकतंत्र के सजग प्रहरी पत्रकारों को हर तरह से सम्मान और सभी मौलिक संवैधानिक सुविधाएं प्राप्त हो सकें।

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