अग्रि भारत समाचार से ब्यूरो चीफ शफ़कंत दाऊदी की रिपोर्ट
अलीराजपुर। जिला कांग्रेस कमेटी अलीराजपुर के अध्यक्ष महेष पटेल ने आलीराजपुर में आदिवासी समाज के महापुरूष भगवान बिरसा मुंडा,जननायक टंटया भील मामा का अलीराजपुर में एवं आदिवासी क्रांतिवीर छितूसिंह किराड का सोरवा में संग्रहालय ओर स्टेच्यु बनाने की मांग प्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराजसिह से की है।प्रेस को जानकारी देते हुए आपने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में आदिवासी समाज के आराध्य एवं महानायक क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा,क्रांतिसूर्य महानयोद्धा टंटया भील मामा ओर सोरवा आलीराजपुर क्षेत्र के वीर क्रांतिकारी किराड़ का उल्लेखनीय योगदान रहा है। कितु इनकी स्मृतियों को सहेजने ओर उन्हें सम्मान देने की दिषा में प्रदेष भाजपा सरकार ने कोई कदम नही उठाये है। वर्षो से कांग्रेस संगठन ओर जयस संगठन ने ही समय समय पर इनका गुणगान कर इन्हें भरपूर मान सम्मान दिया है।आगामी विधानसभा चुनाव एवं वर्तमान पंचायत चुनाव को देखते हुए प्रदेष भाजपा सरकार वर्तमान में इनके सम्मान में गौरव यात्रा निकालकर इन महापुरूषों के नाम पर दिखावे की नौटंकी कर रही है। पंद्रह साल पहले इन महापुरूषों को क्यों नही याद किया गया..? प्रदेष की जनता ओर आदिवासी समाज भाजपा की इन कलाबाजियों को अच्छे से समझता है।वह इनके ढकोसले में आने वाला नही है।महेष पटेल ने बताया कि आलीराजपुर जिले में करीब 93 प्रतिषत आदिवासी समाज निवास करता है उनकी आस्था अनुरूप जननायक क्रांतिवीर टंटया भील मामा के नाम से अलीराजपुर स्थित पुराने पुलिस थाने की खाली पड़ी जमीन पर इनका संग्रहालय निर्मित होना चाहिए। साथ ही संयुक्त कलेक्टर कार्यालय के सामने बगीचे में धरती पुत्र क्रांतिवीर भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति एवं उनका संग्रहालय निर्मित होना चाहिए। इसके अलावा ग्राम सोरवा (आलीराजपुर) के निवासी वीर आदिवासी क्रंातिकारी छितू किराड की सोरवा स्थित पुरानी गढी को छितू किराड़ प्रेरणा केंद्र एवं संग्रहालय बनाकर उनकी मूर्ति स्थापित की जाना चाहिए। महेष पटेल ने प्रदेष के मुख्यमंत्री से उक्त मांग करते हुए कहा कि सरकार की केबीनेट बैठक में उक्त मांग प्रस्ताव को पास कर शीघ्र कलेक्टर से प्रस्ताव मांग कर इस दिषा में कार्य प्रारम्भ करना चाहिए। आपने क्षेत्र के आदिवासी सांसद गुमानसिंह डामोर,जोबट विधायक सुलोचना रावत, विधायक मुकेष पटेल एवं पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान आदि प्रभावषाली जनप्रतिनिधि एवं आदिवासी संगठन प्रमुखों से भी अनुरोध किया है कि वे आदिवासी समाज की आस्था ओर विष्वास से जुडे इस मामले में सक्रीयतापूर्वक रूचि लेकर उपरोक्त कार्य सम्पादन में आवष्यक सहयोग करें।
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