अग्रि भारत समाचार से कादर शेख की रिपोर्ट
थान्दला । आचार्य श्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी की आज्ञानुवर्तिनी पुण्यपुंज सुशिष्या साध्वी निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी दीप्तिजी ठाणा-4 स्थानीय पौषध भवन पर चातुर्मास हेतु विराजित हैं। साध्वी मंडल के सानिध्य में प्रातः राई प्रतिक्रमण, प्रार्थना, व्याख्यान प्रातः09से 10 बजे तक, दोपहर मे ज्ञान चर्चा, शाम को देवसी प्रतिक्रमण,कल्याण मंदिर, चोवीसी आदि विविध आराधनाएँ हो रही है। जिसमें श्रावक श्राविकाएँ उत्साहपूर्वक आराधना कर रहे हैं। श्री संघ के अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत,सचिव प्रदीप गादिया एवं नवयुवक मंडल के अध्यक्ष रवि लोढ़ा ने बताया कि साध्वी निखिलशीलाजी व साध्वी मंडल के सानिध्य मे श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ द्वारा श्रमण भगवान महावीर स्वामी जी का निर्वाण कल्याणक जप-तप-त्याग-तपस्या व विविध धार्मिक आराधनाओं के साथ उत्साहपूर्वक मनाया जाएगा।इस अवसर पर सतत तीन दिन तक आराधनाएं आयोजित होगी।आराधना का प्रारम्भ 02 नवंबर मंगलवार से होगा व समापन 04 नवंबर गुरुवार भगवान महावीर स्वामी जी के निर्वाण कल्याणक पर होगा।इस प्रसंग पर श्रावक-श्राविकाएँ सामूहिक तेला तप(तीन उपवास)की आराधना मंगलवार से प्रारंभ करेंगे।
उल्लेखनीय है कि भगवान महावीर स्वामी जी के निर्वाण कल्याणक पर बड़ी संख्या में आराधक तेला तप सहित विविध आराधना करते है।04 नवंबर को पक्खी पर्व भी है इस दिन श्रावक-श्राविकाओं को धर्माराधना करने का दोहरा लाभ प्राप्त होगा।
तीन दिवसीय आराधना के तहत निम्न आयोजन आयोजित होंगे जिसमे -3 दिन उपवास तेला,एकासन तेला,मिठाई का त्याग, नमकीन का त्याग,स्नान का त्याग,27 वंदना विधि पूर्वक,व्याख्यान श्रवण,3 सामायिक (खुली-खुली),देवसिय प्रतिक्रमण,देश पौषध आदि विभिन्न आयोजन होंगे।
साध्वी निखिलशीलाजी आदि ठाणा-4 के सानिध्य में यहाँ उत्तराध्ययन सूत्र का वांचन और पुच्छिसुणं के जाप भी हो रहे है।जिसका समापन 05 नवंबर शुक्रवार को होगा।
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ,श्री ललित जैन नवयुवक मंडल व श्री धर्मलता जैन महिला मंडल ने समस्त श्रावक-श्राविकाओं से भगवान महावीर स्वामीजी के निर्वाण कल्याणक पर अधिक से अधिक आराधना करने का निवेदन किया है।
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