मध्य भारत संपादक अली असगर बोहरा मो.न.8962728652
झाबुआ। जिले में आने वाले दिनों में भगोरिया पर्व को लेकर और कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए, इस पर्व को किस रूप में मनाया जाए और किस तरह सुरक्षा और जागरूकता के माध्यम से संपन्न कराया जाए, को लेकर आपदा प्रबंधन की मीटिंग का आयोजन स्थानीय कलेक्ट्रेट कार्यालय में किया गया । आपदा प्रबंधन समिति की बैठक अपने निर्धारित समय से करीब आधा घंटा लेट प्रारंभ हुई । बैठक में कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मल मेहता ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण और भगोरिया पर्व को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि सर्वप्रथम अन्य प्रदेशों से आने वाले व्यक्तियों का चिन्हित कर उनका टेस्ट किया जाए । साथ ही भीड़भाड़ वाले इलाकों में आमजन को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने हेतु जागरूक किया जाए ।इसके अलावा भगोरिया पर्व के दौरान मेले में लगने वाले झूले चकरी को लेकर भी अपनी बात बताते हुए कहा कि झूले चकरी के आयोजन.को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने हेतु समझाइश दी जाए , ताकि जनता जागरूक हो सके और संक्रमण से, आमजन को जागरूक कराया जा सके । मेडिकल एसोसिएशन से मनोज बाबेल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि जहां-जहां भगोरिया पर्व मनाया जाए , वहां पर एक मेडिकल यूनिट जिसमें 2 से 3 डॉक्टर व अन्य स्टाफ मौजूद हो ।किसी भी स्थिति में यदि ग्रामीणजन बीमारी से ग्रसित होता है तो उसे तत्काल इलाज उपलब्ध हो सके । सकल व्यापारी संघ के सचिव पंकज जैन मोगरा ने भी अपनी बात रखते हुए कहा पिछले दौर के कोरोना काल में भी व्यापारियों ने काफी आर्थिक नुकसान का सामना किया है तथा जिला प्रशासन से निवेदन किया कि इस भगोरिया पर्व को एक ऐसे रूप में मनाया जाए ,जिससे व्यापार भी प्रभावित ना हो और कोरोना को लेकर भी आमजनों में जागरूकता लाई जा सके । मुकेश परमार ने भी इस समस्या पर अपनी बात रखते हुए कहा कि झूले चकरी में बैठने वाले ग्रामीण जनों की संख्या निर्धारित संख्या से कम करके , उनका संचालन किया जाए , जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके । चूंकि इस पर्व पर बाहर मजदूरी के लिए गए ग्रामीण जन भगोरिया पर्व पर अपने घरों पर आते हैं और हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मनाते हैं तो इस बात को भी ध्यान रखते हुए भगोरिया पर्व सुरक्षा के साथ मनाया जाए । होटल व्यवसाई अशोक सकलेचा ने बताया कि ग्रामीण जन मास्क लगाकर नहीं आते हैं और जब उन्हें मास्क लगाने हेतु कहा जाता है तो वह कहते हैं कि हमें कोरोना नहीं होता और इस तरह नियमों का पालन नहीं करते हैं । जिला मीडिया प्रभारी योगेंद्र नाहर ने भी जिला प्रशासन से प्रश्न पूछा.कि यदि आम व्यक्ति बिना मास्क लगाए घुम रहा है तो उस पर क्या पेनल्टी है । रोटरी क्लब अध्यक्ष मनोज अरोरा ने भी भगोरिया पर्व को लेकर अपनी बात करते हुए कहा कि वर्तमान कोरोना काल को देखते हुए और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन की बात को ध्यान में रखते हुए इस पर्व को अपने निर्धारित स्थान के बजाएं, शारदा विद्या मंदिर के पास पूर्व में आयोजित आदिवासी सम्मेलन , उस स्थान को चिन्हित किया जाए , व्यवस्थाओं को सुचारू रूप देते हुए झाबुआ में भगोरिया पर्व को उस स्थान पर मनाया जाए , जिससे जगह पर्याप्त होने पर झूला चकरी को दूर-दूर स्थानों पर लगाया जा सकेगा । छोटे छोटे दुकानदारों को भी पर्याप्त जगह उपलब्ध होने पर, निर्धारित दूरी पर ही लगाने की अनुमति दी जाए । ताकि भीड एक जगह पर इकट्ठी ना हो और जिले के इस सांस्कृतिक पर्व को ग्रामीण जन धूमधाम से मना सकें । जिला कलेक्टर ने भी रोटरी क्लब अध्यक्ष की बात पर सहमति जताते हुए स्थानो को चिन्हित करने की बात कही । उपस्थित मीटिंग मे मीडिया की ओर से परिवहन पर ध्यान देने की बात करते हुए कहा कि यात्री बसों में क्षमता से अधिक सवारियों की ओवरलोडिंग सतत जारी है बस संचालकों और चार पहिया वाहन चालकों द्वारा बसों की छतों पर और वाहनों के ऊपर बैठा कर सवारियों को लाया जा रहा है जिससे दुर्घटना का अंदेशा भी बना हुआ है और यदि कोई संक्रमित होता है तो उससे संक्रमण के फैलने का भी भय बना हुआ है । जिला कलेक्टर रोहित सिंह ने भी तत्काल एसडीएम को मॉनिटरिंग करने की बात कही तथा यदि बस संचालकों द्वारा कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं किया गया , और यदि यात्रियों दारा मास्क नहीं लगाया गया ,तो बस कंडक्टर और ड्राइवर पर पेनल्टी लगाई जाएगी व संभवतः बस मालिक पर भी कार्रवाई की जाएगी।
जिला कलेक्टर रोहित सिंह ने सारी बातों को ध्यान से सुनते हुए सर्वप्रथम शहर के सकल व्यापारी संघ के सदस्यों से अपील की है कि वे अपनी दुकानों के बाहर रस्सी लगाकर रखें तथा दुकान के बाहर गोले लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य कराएं ।साथ ही साथ जो भी ग्राहक आपसे सामान लेने आए और यदि ग्राहक ने मास्क नहीं पहना हुआ है तो सर्वप्रथम आप उसे मास्क पहनने को कहें और उसके बाद सामान दे ।जिला कलेक्टर रोहित सिंह ने इस हेतू सतत मॉनिटरिंग के लिए एसडीएम को निर्देशित किया तथा जो व्यापारी इन नियमों का पालन नहीं करता है तो उन पर पेनल्टी लगाने की बात भी कहीं । इस मीटिंग में उपस्थित कई व्यापारियों ने पेनल्टी का विरोध भी किया और तर्क देते हुए यह भी कहा व्यापारी के लिए काफी मुश्किल होता है कि वह ग्राहक का ध्यान रखें, किसने मास्क पहना है या नहीं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहा है या नहीं । जिला कलेक्टर ने इन सारे तर्कों को सिरे से नकारते हुए सख्त लहजे में व्यापारियों से अपील की है कि वे कोविड-19 के नियमों का पालन करने में प्रशासन का सहयोग करें और जागरूकता लाने में भी ।
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