अग्री भारत सामाचार से जुनैद हुसैन की रिपोर्ट।
इंदौर । शहर में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें आरोपी नासिर उर्फ नस्सू ने वक्फ बोर्ड की नकली सील और फर्जी दस्तावेज तैयार कर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की। इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब वक्फ कमेटियों ने आरोपी की गतिविधियों पर आपत्ति जताई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नासिर को गिरफ्तार तीन दिन का रिमांड मांगा जहाँ उसे कल जेल भेज दिया है, और अब उसकी अन्य धोखाधड़ी के मामलों की जांच जारी है।
जानकारी के अनुसार, नासिर उर्फ नस्सू ने वक्फ बोर्ड के नाम से नकली सील और फर्जी लेटर पेड तैयार किए थे। उसने इन दस्तावेजों का इस्तेमाल करके विभिन्न लोगों से पैसे की वसूली की और वक्फ कमेटियों के नाम पर कई झूठे दस्तावेज तैयार किए। वह अपने इन फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से लोगों को यह भरोसा दिलाता था कि वे वक्फ बोर्ड से जुड़ी हुई वैध संस्थाएं हैं । वक्फ कमेटियों ने जब नासिर के दस्तावेजों पर संदेह जताया और इसकी सूचना अधिकारियों को दी, तो मामले की गंभीरता का अंदाजा हुआ। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस धोखाधड़ी की जांच शुरू की और नासिर के खिलाफ सबूत जुटाए। इसके बाद, आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने न केवल फर्जी दस्तावेजों से धोखा दिया, बल्कि वक्फ बोर्ड के नाम से भी लोगों को झांसा दिया, जिससे वह बड़ी रकम हड़पने में सफल रहा।
इस घटना के बाद से इंदौर पुलिस ने ऐसे मामलों में सतर्क रहने की चेतावनी दी है और वक्फ बोर्ड से जुड़ी संस्थाओं को भी सतर्क रहने का सुझाव दिया है। पुलिस ने यह भी कहा है कि यदि कोई नागरिक ऐसे धोखाधड़ी के मामलों में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।पुलिस ने लोगों से यह अपील भी की है कि वे किसी भी दस्तावेज या लेटर पेड की वैधता की जांच करने के बाद ही किसी भी प्रकार की वित्तीय कार्रवाई करें, ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके। साथ ही, वक्फ बोर्ड ने इस मामले में अपनी जांच को और तेज कर दिया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटा जा सके। यह मामला एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करता है कि फर्जी दस्तावेजों और धोखाधड़ी के मामलों में सजगता बेहद जरूरी है, ताकि कोई भी व्यक्ति कानून का उल्लंघन कर अपनी गलत गतिविधियों को बढ़ावा न दे सके।
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