अग्री भारत समाचार से कादर शेख की रिपोर्ट ।
थांदला। गुरु ही ब्रह्म है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही महेश्वर है, उक्ति को सार्थक करते हुए संस्कार पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने शिक्षक सम्मान समारोह उत्साह पूर्वक मनाया। सर्वप्रथम ज्ञान की देवी मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण के पश्चात भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन के चित्र पर संस्था के प्राचार्य, वाइस प्रिंसिपल द्वारा माल्यार्पण किया गया। छात्र नीर जैन ने कहा कि हम संसार के सबसे भाग्यशाली लोगों में से हैं जिन्हें जीवन के मूल्यों को समझाने हेतु शिक्षक मिले हैं। इस अवसर पर संस्था के अंग्रेजी माध्यम और हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों का गीत, कविताओं, भाषण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सम्मान किया। संस्था के प्राचार्य ललित कांकरिया और वाइस प्रिंसिपल आदित्य शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि हम सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन जी के चरणों में शत-शत नमन करते हैं एवं उन्हें साधुवाद देते हैं कि उन्होंने अपना जन्मदिन समस्त शिक्षकों को समर्पित किया। प्रथम गुरु मां के अलावा एक शिक्षक ही होता है जो बच्चों के जीवन को लौकिक शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों से सुसज्जित करता है। सफलता प्राप्त करने के बाद विद्यार्थियों के चेहरे की मुस्कुराहट ही शिक्षकों के लिए सबसे बड़ा तोहफा होता है। विद्यार्थियों की सभा को शाला के अन्य शिक्षकों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यार्थी नीर जैन, हीरम कांकरिया, अदिति राठौड, सोनम जायसवाल ने किया।
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