अग्री भारत समाचार से कादर शेख की रिपोर्ट।
थांदला । ईद मीलादुन्नबी के अवसर पर सोमवार को थांदला में जुलूस निकाला गया। सुबह 9 बजे पीर साहब गली में मुस्लिम धर्मावलंबी एकत्रित हुए जहां पर निजामी ग्रुप द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विधायक वीरसिंह भूरिया ने शिरकत की। इस दौरान निजामी ग्रुप के कादर शेख, इमरान खान, शाहिद निजाम ने जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना इस्माइल बरकाती, हाफिज मुश्ताक हबीबी, ताज मस्जिद के इमाम मोहम्मद, नादिर शाह, का फूलमालाओं एवं शिल्ड देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर वसीम का कमेटी, सैयद मोइनुद्दीन, सदर हशमतुल्ला खां, सदर अब्दुल गफ्फार मौजूद थे यहां पर नाश्ते का प्रबंध किया गया व जुलूस की शुरुआत नाते मकबूल से की गई। जुलूस में शामिल मदरसा मुस्तुफाइयां के बच्चे हाथों में झंडे लिए हुए तथा नारे या रसूलुल्लाह गूंजायमान कर रहे थे। जुलूस जामा मस्जिद , गांधी चौक, भंसाली चौराहा, आजाद चौक, मठवाला कुआं होते हुए बोहरा मोहल्ला से नूर मोहम्मद गली होते हुए नूरी गार्डन पहुंचा। जुलूस में शामिल लोगों में उत्साह व जोश काबिल ओ तारीफ था। इस जुलूस ईत्र की सुगंध से महक रहा था। पुलिस प्रशासन ने जुलूस को लेकर माकूल व्यवस्थाएं की। इस दौरान एसडीओपी राठी, टीआई व तहसीलदार सुरक्षा व्यवस्था को संभाल रहे थे। पुलिस की व्यवस्थाओं को लेकर मुस्लिम समाज ने पुलिस का आभार माना। नूरी गार्डन में फातेहा व सलातो सलाम पढ़ा, जिसके बाद तबर्रुक बांटी गई। तत्पश्चात जामा मस्जिद में मुए-मुबारक की जयारत की, जिसमें महिलाओं के लिए जमआत खाना में दर्श न की व्यवस्थाएं की गई। इस मौके पर पेश इमाम जामा मस्जिद इस्माइल बरकाती साहब, नायब इमाम मुश्ताक हबीबी, के अलावा सदर हशमतुल्ला खान, सेक्रेटरी रफीक शेख, हज वेलफेयर सोसाइटी के जिलाध्यक्ष हाजी अब्दुल समद खान, नासिर खान, अताउल्ला खान, शिक्षक अब्दुल सलाम खान, हाजी शाहिद निजामी, हाजी सईद, जावेद खान, अब्दुल वली पठान, तबरेज खान, गुलरेज खान समेत सैकड़ों की संख्या में समाजन के बच्चे, बूढ़े, जवान शामिल हुए।
महफिले-ए-मिलाद में शामिल होकर पढ़ी नातें
जोहर की नमाज के पश्चात हज वेलफेयर सोसाइटी के जिलाध्यक्ष हाजी अब्दुल समद खान के निवास स्थान पर महफिल-ए-मिलाद का आयोजन किया गया, जिसमें तमाम नातख्वां हाफिज सलीमुद्दीन, अब्दुल सलाम, जोहेब, सिब्गत, अब्दुल समद खान, हाजी शाहिद, हसन खां आदि समेत सभी युवाओं ने हुजूर की शान में नाते मकबूल अपनी दिलकश आवाज में पढ़ी जिसे उपस्थित सभी ने सराहा महफिल-ए- मिलाद के बाद फातेहा हुआ जिसमें देश में अमन, चैन, शांति की दुआएं की गई।
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