अग्री भारत समाचार से इब्राहिम रिज़वी की रिपोट ।
बड़वानी । रविवार को बोहरा समाज का नया साल हिजरी सन 1446 की शुरुआत हो रही है । जहां समाजजन पहले दिन नववर्ष की आगवानी कर खुशी मनाते हुए एक दुसरे को मुबारकबाद देते है और नववर्ष की पूर्व संध्या पर घरों मे फ्रुट और ड्राय फ्रुट और मिष्ठान के थाल सजाते है ।वही दुसरी तारीख से नौ दिन तक मस्जिदों मे सुबह वाअज (प्रवचन) मे और शाम को नमाज बाद गम ए हुसैन की मजलिस मे उपस्थित होकर इमाम हुसैन की तीन दिन की भुख और प्यास को याद कर आंसू बहाकर मातम करते है । समाज के मुस्तफा सोंडूल ने बताया की बोहरा समाज के लोग पहले दिन नये साल की आगवानी खुशी के साथ करते है वही दुसरी तारीख से दसवी तारीख तक गम ए हुसैन मनाते है ।
सोमवार को मोहर्रम की दुसरी तारीख से दसवी तारीख तक मस्जीदों मे वाअज (प्रवचन) होंगे । इस वर्ष मोहर्रम के अवसर पर बोहरा समाजजन दुसरी तारीख से योमे आशुरा दसवीं तारीख तक 8 जुलाई से 16 जुलाई तक कारोबार बंद रखेंगे। व्यापार ऑफलाईन तो बंद रहेंगे ही लेकिन इसके साथ ऑनलाइन भी व्यापार भी नहीं करेंगे । इस संबंध मे समाज के व्यापारियों ने इस समय अवधि मे व्यापार बंद होने की सूचना कई दिन पूर्व ही मैसेज, बैनर और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित कर दी है।
समाज के मुदर रिज़वी ने बताया कि स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भी नौ दिन के लिए छूट्टी के आवेदन दे दिया है।मोहर्रम की दुसरी तारीख से दसवीं तारीख योमे आशुरा तक बोहरा समाज के अनुयायी इमाम हुसैन के गम और खुदा की बदंगी मे मशगूल रहेंगे । समाज के 53 वें धर्मगुरु डॉक्टर सय्यदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन मौला का यह फरमान की मोहर्रम मे दुसरी तारीख से दसवीं तारीख की वाअज (प्रवचन) मे समय पूर्व ही समाजजन उपस्थित रहें। साथ ही शाम को होनेवाली गम ए हुसैन की मजलिस और पांच वक्त की नमाज अदा कर खुदा की इबादत हो इसके लिए अपने कार्य पहले से कर ले ।और इन दिनों सुबह से लेकर शाम तक हमारे लबों पर हुसैन का नाम हों। सय्यदना साहब के फरमान पर समाजजनों ने एक कदम आगे बढ़कर अशरा मुबारक मे अपने संस्थानों को नौ दिन तक बंद करने का निर्णय लिया है। साथ ही अपने ग्राहकों और व्यपारियों को पूर्व मे सूचना देकर इन दिनों कॉल और मैसेज नहीं अटेंड करने की इत्तिला दे दी है।
व्हाट्सएप स्टेटस,मैसेज और बैनर से दे रहे प्रतिष्ठान बंद की जानकारी:- हार्डवेयर व्यापारी अली असगर रिज़वी ने बताया कि बोहरा समाज के व्यापारी अशरा के दौरान अपने प्रतिष्ठान बंद होने की जानकारी सोशल मीडिया व्हाट्सएप पर मैसेज एंव स्टेटस, फेसबुक और दुकान पर पंपलेट एंव बैनर लगाकर अपने ग्राहकों एंव व्यापारियों को दे रहे है । सोशल मीडिया और फोन कॉल नहीं अंटेड करने की भी जानकारी साझा कर रहें है।:- अंजुमन ए नजमी जमात के मुफद्दल पलसूद ने बताया कि वाअज या मजलिस के दौरान फोन या मैसेज से खलल ना हों इसके लिए भी समाज के लोग अभी से मैसेज और कॉल कर जानकारी दे रहे है की 8 जुलाई से 16 जुलाई के दौरान फोन और मैसेज का जवाब नहीं दे पाएंगे। स्कूल और कॉलेजों को भी नहीं आने की दी सूचना:- समाज की संस्थाओं ने सभी शहरों और कस्बों मे जहां बोहरा समाज के बच्चे अध्य्यनरत है वहां पत्र देकर बच्चों की इन दिनों उपस्थिति नहीं होने की सूचना के साथ छूट्टी की अर्जी दे दी है।
मोहब्बत इसी को कहते है।:-
समाज के अब्बास मुजफ्फर अली ने बताया की मोहर्रम का पर्व बोहरा समाज के लिए इतना महत्वपूर्ण है,कि समाजजन एक वर्ष पूर्व ही नौ दिनों की तय्यारी मे जुट जाता है। हुसैन के दाई डॉक्टर सय्यदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन मौला दुनिया के जिस शहर मे मोहर्रम के अवसर पर वाअज करते है वहां दुनिया के कोने कोने से लाखोंं की संख्या मे बोहरा समाज के लोग मौला के साथ लब्बैक या हुसैन कहते हुए उपस्थित होते है। बोहरा समाज के अबुतालिब रौनक ने बताया कि बोहरा समाज के लोगों के लिए हुसैन का गम और मातम हर बरस आस्था के नए द्वार खोलता है। हुसैन के गम में डूबे लोगों को पूरे दिन जैसे किसी और बात कोई होश नहीं होता है।मोहर्रम की दो तारीख से योमे आशुरा दसवी तारीख तक हवाओं में सिर्फ या हुसैन और या हुसैन की सदा गुंजती रहती है। और जब हुसैन के दाई मुफद्दल मौला जिस पल आंखों के सामने होते हैं, उस वक्त तो जैसे किसी को होश ही नहीं रहता। किसी के आंसू छलछला उठते हैं तो कोई भाव-विभोर मौला मौला मुफद्दल मौला की आवाज लगाने लगता है। दोनों हाथ कब जुड़़ते हैं, कब आंखें जम जाती हैं, कब होंठ बुदबुदाते हैं, कोई अंदाजा नहीं । मोहब्बत और सच्ची मोहब्बत इसी को कहते है । इस वर्ष 1446 हिजरी के अशरा की वाअज कराची मे करेंगे। सय्यदना साहब के दीदार एंव आपके नूरानी आवाज से इमाम हुसैन की वाअज सुनने के लिए भारत सहित दुनिया भर के हजारों की तादाद मे समाजजन वहां पहुचेंगे
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