अग्रि भारत समाचार से कबीर एम लव की विशेष रिपोर्ट
गलियाकोट। संपूर्ण विश्व में दाऊदी बोहरा समाज के जानिब से गलियाकोट मजलिसे हुसैन और वाअज़ का सिलसिला जारी फ़खरुद्दीन शहीद की ज़िक्र। इसी क्रम मे गलियाकोट के मजारे फखरी परिसर मे आसपास के क्षेत्रों से भारी संख्या मे श्रद्धालुओ का आगमन हुआ है। शहज़ादा मलिके उश्तर भाई साहब की पुरजोश वाअज़ आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।दरगाह ए फखरी ( फखरूद्दीन शहीद ) भारत के राजस्थान राज्य के गलियाकोट में है। सालाना उर्स माही नदी के किनारे।
यह दाऊदी बोहरा समुदाय का पवित्र स्थान है, यहां दुनिया भर से बड़ी संख्या में दाऊदी बोहरा समुदाय के तीर्थयात्री आते हैं, उनके लिए यहां एक ऐतिहासिक मस्जिद भी है। उनकी पवित्रता के लिये बोहरा समुदाय के धर्म गुरु डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन(त उ स ) साहब द्वारा सभी तीर्थयात्रियों को नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का खाना प्रदान किया जाता है। और एक आलीशान आवास उन्हें प्रदान करता है। बगीचे और हरियाली बेहतरीन है, यह जगह शांतिपूर्ण के लिए भी जानी जाती है। गलियकोट तहसील सागवडा (राजस्थान) शहर के पास है ।
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