अग्रि भारत समाचार से राकेश लछेटा की रिपोर्ट
झकनावदा । सावन मास भगवान शिव को बहुत प्रिय है। सावन माह भगवान शिव को समर्पित है। इस माह में भगवान शिव की बड़े ही धूमधाम से पूजा पाठ की जाती है। सावन में शिव पुराण के पाठ का बड़ा ही महत्व है। शिव पुराण पार्ट से व्यक्ति के जीवन में खुशहाली का आगमन होता है। और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिव पुराण का पाठ बहुत ही जरूरी है। शिव पुराण का पाठ करते समय कई सारे नियमों का पालन भी करना पड़ता है।
शिवपुराण व जलाभिषेक होंगे
मधु कन्या नदी के तट पर स्थित बाबा भूतेश्वर महादेव मंदिर में 25 जुलाई को शिवपुराण की स्थापना की गई। स्थापना के पूर्व शिवपुराण को नारायण लाल बर्फा ने अपने मस्तक पर उठाकर ढोल के साथ नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए बाबा भूतेश्वर महादेव मंदिर झकनावदा पर शिवपुराण की स्थापना की गई। वही सुरेश कुमार प्रजापत ने बताया कि श्रावण मास में प्रतिदिन बाबा महाकाल का जलाभिषेक सुबह 7 बजे से 10 बजे तक किया जाएगा। बात 11 बजे से शाम 4 बजे तक शिव पुराण का वाचन भी किया जाएगा। इसके साथ ही बताया कि कथा वाचक श्री मंगलेश्वर दास जी बैरागी के मुखारविंद से सात दिवसीय शिव पुराण कथा का पाठ किया जाएगा। इसके साथ ही उक्त आयोजन मधु कन्या नदी के पावन तट पर स्थित बाबा भूतेश्वर महादेव मंदिर (शंकर मन्दिर) परिसर में आयोजित की जाएगी। इस पर झकनावदा शिव भक्त मंडल एवं महाकाल ग्रुप झकनावदा द्वारा धर्म प्रेमी श्रद्धालुओं से अपील की है कि आप अधिक से अधिक संख्या में पधार कर शिव पुराण का श्रवण कर अपने जीवन को धन्य बनाएं।
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