अग्रि भारत समाचार से अली अकबर चल्लावाला की रिपोर्ट
मेघनगर । राम कथा के दूसरे दिन प्रातः भगवान राम मां जानकी नवग्रह देवता का पूजन आज के कथा के यजमान माधुरी अनिकेतन पंचाल द्वारा विधिवत रूप से किया गया आचार्य पंडित नरेश शर्मा द्वारा कथा के दूसरे दिन राम जी के चरित्र की विशेषताओं को बताते हुए राम शब्द की महिमा का विस्तार पूर्वक समझाया गया राम का नाम मन में सच्चे भाव से आया तो वह प्रभु के चरणों के दर्शन के बराबर होता है प्रभु का नाम दीनबंधु भी है सत्य ही है गरीबों का दुख को दूर करने में तैयार रहते है केवल भक्तों के मन में प्रभु के लिए आस्था होनी चाहिए रामचरितमानस में तुलसीदास जी ने एक-एक दोहे चौपाई में प्रभु के बारे में विशेष रचना की है जिसे आम व्यक्ति भी समझ कर अपने मन से राम नाम ग्रहण कर लेता है उसी से उसका कल्याण हो जाता है आज राम कथा में आचार्य जी ने महादेव के भोजन पहनावे एवं सरल स्वभाव का बहुत ही सुंदर वर्णन किया है रामायण में महादेव जी को भोले भंडारी कहां है जो शुद्ध मन से सिर्फ जल चढ़ाकर शिवलिंग पर पूजा करते हैं या जो भक्त मानस पूजा करते हैं उन पर शिव शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं आज राम कथा में राजा दक्ष की कन्या सती का विवाह भोलेनाथ से हुआ उसका बहुत ही विस्तार से समझाया कथा में पंडित जी ने बताया शादी के बाद लड़कियों को पियर में बिगर बुलाएं कभी नहीं जाना चाहिए उसको समझाते हुए बताया राजा दक्ष ने एक यज्ञ का आयोजन किया था जिसमें सती के पति महादेव जी को निमंत्रण नहीं दिया था फिर भी सती जिद कर पति की आज्ञा का पालन ना करते हुए अपने पिता के घर जाती है वहां उसे अपमान का घूंट पीना पड़ता है सती शिवजी से मन ही मन माफी मांग कर अग्नि में अपने शरीर को भस्म कर देती और अगले जन्म में शिव को पति के रूप में मांगती है यह प्रसंग सुनकर श्रोताओं के आंखों में से आंसू बहने लगे पंडित जी ने बताया कि कल कथा के तीसरे दिन शिव पार्वती का विवाह का प्रसंग होगा सब इसी तैयारी से आए साईं मंदिर महिला मंडल के अध्यक्षा चंदन माला ने कल की जो शोभायात्रा निकली थी उसमें विशेष सहयोग के लिए स्वर्ण कल्याण गोरक्षा सामाजिक कल्याण समिति के सदस्य दर्पण पंचाल अभिनंदन जैन रोहित दीवाना मोहन प्रजापति गणेश वीर वसुनिया राम सोनी चिराग शुभम राठौड़ हार्दिक गोलू विशाल कैलाश संतोष पवन संजय आदि का सम्मान किया गया धन्यवाद दिया गया विशेष सहयोग के लिए।
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