अग्रि भारत समाचार से अनवर खान की रिपोर्ट
इंदौर। बिजली कंपनी द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में एसटीसी (निर्माण उपसंभाग) का काम करवाने के दौरान कई शिकायतें मिली थी। कंपनी के मुख्य अभियंता ने शिकायत के आधार पर एक कार्यपालन यंत्री के काम की जांच करवाई तो काम में मिली अनियमितता में कार्यपालन यंत्री दोषी पाए गए, लेकिन आज तक भी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं की गई।
मामला मध्यप्रदेश पशिचम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के खंडवा खंडवा डीई कार्यालय से जुड़ा है। दरअसल 6 साल पहले यहां एचटीसी विभाग के तहत लाइन इरिक्शन, पोल तथा ट्रांसफार्मर लगाने सहित अन्य कई कार्यो के लिए करोड़ों रूपए का काम करवाया गया था। काम में अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद कंपनी के तात्कालिक मुख्य अभियंता ने 9 मार्च 2015 को जांच के आदेश दिए। मुख्य अभियंता के आदेश पर 15 मार्च को जांच पूरी कर दी गई रिपोर्ट के अनुसार खंडवा में पदस्थ तात्कालिक कार्यपालन यंत्री एसएल नीम को दोषी पाया गया था। जांच रिपोर्ट के बाद कार्यपालन यंत्री पर कार्रवाई करने की अनुशंसा भी की गई थी, लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नही की गई। अंतत: ईई एसएल नीम पिछले दिनों सेवानिवृत्त हो गए लेकिन एसटीसी की गड़बड़ी को लेकर विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की।
सबकी जांच एक-दूसरे के पास
मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी गड़बडिय़ों की खान है। बिजली कंपनी में ऐसे अधिकरी दुर्लभ ही होंगे जिनके खिलाफ जांच नहीं चल रही हो। दरअसल यहां सारे अधिकरियों की जांच एक दूसरे के पास है जिसके चलते सभी जांच अथवा कार्रवाई दबाकर बैठे हैं।
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