अग्रि भारत समाचार से अली अकबर चल्लावाला की रिपोर्ट
मेघनगर । मध्य प्रदेश का पश्चिमी आदिवासी अंचल झाबुआ जिला स्वास्थ्य के मामले में पिछले कई सालों में हमेशा कमजोर एवं पिछड़ा रहा है। जिसको देखते हुए मानव सेवा की सबसे अग्रणी संस्था रोटरी क्लब अपना द्वारा समय-समय पर निशुल्क शिविर आयोजित करत रहा हैं। इसी तारतम्य में निशुल्क स्तन कैंसर एवं गर्भाशय कैंसर की जांच शिविर रोटरी मंडल 3040 के मंडला अध्यक्ष गजेंद्र नारंग मार्गदर्शन एवं मंडल के शिविर चेयरमैन भरत मिस्त्री साथ आयोजित होना है। रोटरी क्लब अपना मेघनगर के अध्यक्ष पंकज रांका एवं सचिव राजेश भण्डारी ने बताया कि स्तन और गर्भाशय कैंसर की जांच के लिए रोटरी क्लब अपना एवं रोटरी मंडल 3040 द्वारा निशुल्क मैमोग्राफी एवं पैप स्मीयर की जांच शिविर का आयोजन किया गया है। सरल भाषा मे इसे गर्भाशय एवं स्तन कैंसर की जांच कहते है।
इस शिविर मैं जांच कराने के लिए पंजीयन कराना होगा
क्लब द्वारा आगामी 4 फरवरी से 10 तक मेघनगर झाबुआ चौराहा भारतीय स्टेट बैंक के नीचे तलघर में पडवाल क्लीनिक पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंजली बामनिया द्वारा चेकअप कर पंजीयन प्रकिया की जाएगी फिर 11 फरवरी को मेघनगर स्थान दशहरा मैदान पर मेमोग्रफी कैंप का आयोजन किया जा रहा है जिसमें जांच मुफ्त में की जाएगी। बाज़ार में इसकी कीमत 4000-5000 रहती है। जिसके लिए अमरावती (महाराष्ट्र) से मैमोग्राफी बस मेघनगर मंगवाई गई। इस बस की लागत दो करोड़ रुपए है। जांच रिपोर्ट लगभग 1 माह के बाद आने के बाद यथासंभव कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर द्वारा यथासंभव इलाज एवं ऑपरेशन किया जाएगा।
इसलिए महत्वपूर्ण है ये शिविर ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
ब्रेस्ट में दर्द या गांठ ज़रा-सा भी महसूस हो तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। कभी-कभी ये भी होता है गांठ में दर्द न हो, लेकिन छूने पर ये महसूस होता है। स्तनों में पड़ने वाली गांठ को मेमोग्राफी के ज़रिए पता किया जा सकता है। 30 से 35 साल की महिला को एक बार मेमोग्राफी ज़रूर करानी चाहिए।
गर्भाशय कैंसर के लक्षण
वे महिलायें जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक हैं उन्हें गर्भाशय कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। यह ओवरी के कुछ भागों और उसके आस पास के भागों को प्रभावित कर सकता है। गर्भाशय कैंसर आंतड़ियों, मूत्राशय, लिम्फ नोड्स, पेट, लिवर और फेफड़ों को प्रभावित करता है। महिलाओं में अन्य कैंसरों की तुलना में ऑवेरियन कैंसर से मृत्यु की संभावना अधिक होती है। इन सभी मातृशक्ति बहनों की होने वाली तकलीफों को देखते हुए रोटरी क्लब अपना रोटरी मंडल 3040 के साथ इस शिविर को आयोजित करने जा रहा है।
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