अग्रि भारत समाचार से रसीदा पीठावाला की रिपोर्ट
इंदौर । संस्था एक पहल ने विश्व हिंदी दिवस पर राजभाषा (राष्ट्र भाषा) और हम विषय पर संस्था संयोजक राधेश्याम विजय यादव की अध्यक्षता में परिसंवाद का आयोजन किया। इस अवसर पर अध्यक्ष बच्छराज भाटी ने कहा की हिंदी भाषा का चलन बढ़ा है। हमें परिवार समाज में बोलचाल में हिंदी भाषा ही अपनाना होगा। हिंदी में भी विश्व का समस्त ज्ञान उपलब्ध है। सचिव बुरहानुद्दीन शकरूवाला ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की हिन्दी दुसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी देश की राजभाषा (राष्ट्र भाषा) भी है। हिंदी विश्व की एक मात्र भाषा है अ - अनपढ़ से शुरू होकर ज्ञ - ज्ञानी बना कर खत्म होती है। युवा पीढ़ी को भी हिंदी बोलने व लिखने के लिए प्रेरित करना होगा। वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र असावा ने कहा की हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है| इसलिए हिंदी के महत्व को समझ कर इसे सोशल मीडिया पर भी जोड़े रखा जाना चाहिए। मोबाईल कम्प्यूटर लैपटॉप में भारतीय भाषाओं में भी काम करने का विकल्प मौजूद होने से सोशल मीडिया पर हिंदी भाषा का प्रयोग आसानी से किया जा सकता है। सहसचिव ओ पी यादव ने कहा कि आज सोशल मीडिया पर हिंदी भाषा में इमेज, संदेश, लेख, कविता को भेजने का चलन बढ़ता जा रहा है। देखने में आ रहा है कि सोशल मीडिया पर हिंदी भाषा का उपयोग बढ़ रहा है। यह अच्छा संकेत है। कोषाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने कहा की हिंदी हमारी मातृभाषा भी है। हम घर में बच्चों व युवाओं को हिंदी भाषा के प्रयोग के लिए प्रेरित करे। संचालन विनय मुंशी ने किया आभार विजय भवालकर ने माना।
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