अग्रि भारत समाचार बुरहानपुर
बुरहानपुर । उत्तर प्रदेश के जाइस की प्रख्यात धार्मिक शख्सियत जमाल ए मिल्लत हजरत सैयद मोहम्मद जमाल अशरफ अशरफी जिलानी के बुरहानपुर आगमन के शुभ अवसर पर हुजूर सरकारे बुरहानपुर के आस्ताने पर आयोजित एक गरिमा में कार्यक्रम में बुरहानपुर के लोहार मंडी स्थित मदरसा हलीमा सादिया के संस्थापक एवं संचालक शोएब अहमद चिश्ती को धार्मिक रीति रिवाज एवं परंपरा अनुसार आध्यात्मिक रूप से अपनी सुरक्षा में लेकर बुधवार को शाम 7:00 बजे तालिब करा कर शोएब अहमद कादरी की धार्मिक सेवाओं को देखते हुए उनको खिलाफत से भी नवाजा। इस अवसर पर देवास मध्य प्रदेश की चीफ शहर काजी मोहम्मद इरफान अहमद अशरफी के पर्यवेक्षण में एक नातिया महफिल का आयोजन जमाल ए मिल्लत हजरत सैयद मोहम्मद जमाल अशरफ अशरफ उल जिलानी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ, जिसमें डॉक्टर जलील बुरहानपुरी, ताहिर नक्काश,अनवर जमीली, सखावत फारुकी, ज़फ़र इकबाल, फहीम अजमल अली आगाज़, नदीम अशरफी आदि ने अपने सुंदर नातिया कलाम से नावाजा। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं धर्म गुरु ने भी नाते पाक के माध्यम से रसिक श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन सखावत फारूकी ने किया। डॉक्टर जलील बुरहानपुरी के अनुसार यह एक ऐतिहासिक क्षण था। ऐसा अवसर बहुत मुश्किल से देखने को मिलता है की किसी को मुरीद बना कर तुरंत ही खिलाफत अता कर देना। शोएब अहमद कादरी इसके ऐतिहासिक एवं जीवंत उदाहरण हैं।
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