अग्रि भारत समाचार से मनीष जैन की रिपोर्ट।
नानपुर । आदिवासी इस बाहुल्य जिले मे केन्द्र एवं राज्य सरकार की महत्वपुर्ण योजनाओ का लाभ मिलना अब दुर की कोडी नजर आने लगा है, इस जिले मे हर कोई भष्ट्राचार रुपी गंगा मे नहा धोना चाहता है। जिम्मेदार अधिकारी ओर कतिपय ठेकेदार की आपसी मिलीभगत से कार्य मे भारी भष्ट्राचार का खेलकर षासन की जनहितैषी योजनाओं पर पानी फेरते हुए प्रदेष सरकार की छबि को धुमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इन दिनो जिले के जोबट-खट्टाली-नानपुर सडक निर्माण कार्य मे अधिकारियो एवं ठेकेदार की साठगांठ से नियमो को ताख पर रखकर भारी भष्ट्राचार किया जा रहा है। संबधित ठेकेदार एवं उसका एक अदना सा मेट, टाईम किपर प्रषासन को चुनोती देते हुए खुलेआम निर्माण कार्यो मे घटिया एवं अमानक स्तर की सामग्रीयो का उपयोग कर रहे है, जिसके चलते उक्त सडक एक ही बारिष मे धुल जाने की पुरी आषंका है, जो एक जांच का विषय है।
पुलिया निर्माण कार्य मे लिकेज हुए पाईप डाले जा रहे है
उल्लैखनिय है कि उक्त सडक निर्माण कार्य का विगत फरवरी मे कमलनाथ सरकार के तात्कालिन मंत्री सुरेंद्रसिंह हनी बघेल ने जोबट विधायक सुश्री कलावती भुरिया एवं अलीराजपुर विधायक मुकेष पटेल की मोजुदगी मे भुमिपुजन कर कार्य का षुभारंभ किया था। जोबट-खट्टाली-नानपुर तक सडक मार्ग 22 किलोमीटर की लागत करीब 67 करोड रुपए है। सडक निर्माण कार्य इन दिनो प्रगति पर है। उक्त सडक निर्माण कार्य मे अनियमितताएं ओर घोर लापरवाही बरतकर घटिया स्तर का निर्माण किया जा रहा है।
गुणवत्ताविहीन और घटिया निर्माण कार्य का नजारा ओर शासन के रुपयों का बंदरबाट किस प्रकार किया जा रहा है, यहां पर आसानी से देखने को मिल जाएंगा। उक्त सडक निर्माण कार्य मे गिट्टी ओर बडे बोल्डर की जगह खराब एवं घटिया स्तर के मटरियल का उपयोग कर सडक पर बिछाया जा रहा है। वहि उक्त मार्ग मे लगभग पचास के लगभग पुलियाओ का निर्माण होना है, पुलिया निर्माण मे मात्र 6-8 इंची के सरिए का उपयोग किया जा रहा है।
पुल-पुलिया निर्माण मे बिना सरिए की जाली बिछाकर फाउंडेषन भरा जा रहा है। इतना ही नही ठेकेदार द्धारा पुलिया निर्माण कार्य मे टुटे-फुटे हुए लिकेज पाईप डाले जा रहे है, जो वर्षाकाल के दौरान कभी भी पुलिया ढह सकती है। वहि पुलिया निर्माण मे जमीन पर बनने वाले फाउंडेषन मे सीमंट की मात्राओ का बहुत कम उपयोग किया जा रहा है। निर्माण मे सीमेंट की जगह पर गिटटी ओर धुल ज्यादा नजर आ रही है मगर अफसोस कि उक्त सडक निर्माण से लोगो को सुविधा मिलने की बजाए असुविधा होकर निर्माण कार्य मे भष्ट्राचार की बु आने लगी है। जारी निर्माण कार्य से ऐसा लगता हे कि उक्त सडक साल भर भी नही टिक पाएंगी। ज्ञात रहे कि सडक निर्माण कार्य को लेकर विगत माह ग्रामिणवासियो ने सडक निर्माण की गुणवंता को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे। साथ ही ग्रामिणवासियो ने क्षैत्रिय विधायक सुश्री भुरिया एवं जिला प्रषासन से इसकी षिकायत भी की थी।
जिसको लेकर विधायक भुरिया ने संबधित ठेकेदार ओर निगरानी अधिकारियो को जमकर फटकार भी लगाई थी। जोबट-खट्टाली-नानपुर सडक निर्माण कार्य मे चल रही अनियमितताओ को लेकर संबधित निगरानी अधिकारी से दुरभाष पर चर्चा करना चाही परंतु उन्होने मोबाईल रिसीव नही किया। बहरहाल उक्त निर्माण कार्य शासन-प्रशासन के तय मापदंड के अनुसार नही किया जा रहा है, जो एक जांच का विषय है।
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