अग्रि भारत समाचार से ब्यूरो चीफ फरीद मंसूरी की रिपोर्ट
खंडवा । सिंधु सभ्यता, संस्कृति व सदाचार के लिए विख्यात सिंध प्रदेश में जन्मे अमर शहीद संत कंवरराम जी की रचनाओं, सूफी कलाम व भजनों में ईश्वर-अल्लाह का समान रूप से समावेश होता था। संतश्री मानवता के लिए सच्चे मसीहा थे। ऊंच-नीच व अमीर-गरीब के भेद को मिटा कर समता का भाव जन-जन के हृदय में स्थापित करके लोगों के नैतिक आचरण को बल व समाज को नई दिशा प्रदान की। यह बात अमर शहीद संत कंवरराम जी के 81 वे बलिदान दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सिंधी समाज प्रदेश प्रवक्ता निर्मल मंगवानी ने रविवार को संतश्री के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहीं।
यह जानकारी देते हुए विजय मंगवानी ने बताया कि सिंधी कॉलोनी स्थित चावला मार्केट में प्रातः 9 बजे समाजजनों की उपस्थिति में 25 वे वर्ष सिंधी समाज द्वारा सिंध के अमर शहीद संत कंवरराम साहिब जी का वरसी उत्सव शहीदी दिवस के रूप में श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान श्री पिप्लेश्वर झूलेलाल भजन मंडली सदस्यों द्वारा इष्टदेव श्री झूलेलाल जी एवं अमर शहीद संत कंवरराम साहब जी की आरती पश्चात संतश्री व्दारा गाए पंजिडों, भजनों की संगीतमय सुंदर प्रस्तुतियां दी गई। अरदास एवं पल्लव के पश्चात उपस्थितजनों द्वारा संत कंवरराम जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
सुबह से देर रात तक प्रिय भजनों के साथ प्रिय प्रसादी कोहर सेसा वितरण का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। इस मौके पर अर्जुनदास आरतानी, अशोक मंगवानी, संजय सबनानी, चंदू मोटवानी, मूलचंद दुल्हानी, विजय मंगवानी, निर्मल मंगवानी, दीपू मलानी, जयरामदास खेमानी, गोवर्धनदास नेभनानी, किशोर मंगवानी, जेठानंद हरचंदानी, नन्दलाल भोजवानी, साहिल मंगवानी आदि सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। आयोजन में चावला मार्केट परिवार के समस्त व्यापारियों बंधुओं का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ।
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