अग्री भारत सामाचार से ताहा मोहम्मद की रिपोर्ट।
सुवासरा । सुवासरा नगर मै दाऊदी बोहरा समाज का ईद ए नमीलादुन्नाबी का आकर्षक जुलुस बड़े ही अनुशासन व कतारबद्ध तरीके से निकला। जुलुस मै सबसे आगे तिरंगा झंडा, फिर पायलट, घोड़े, बैनर लिए नन्हें मुन्हे बच्चे और जमाली स्काउट की आकर्षक धुन के साथ यूनिवर्सल की थीम, सेफिया स्कूल के बच्चे जो रंग बिरंगी पोशाक, हाथो मै पर्यावरण बचाओ वृक्ष लगाओ का संदेश देते हुए पौधे लिए थे, कुछ बच्चे हाथो मै थाली(टिफिन) लिए हुए सय्य्दना साहब का उद्देश्य एक जैसा खाना सभी के घरों मै जाये ये बताते हुए चल रहे थे। उसके बाद बुरहानी गार्ड, TKM, शबाब-ए-इददूज़हाबी, नज़ाफ़त कमेटी, दाना कमेटी, जनाब आमिल साहब के साथ अयानुल जमात और माशाहिक किराम, नफ़ासीह और मुमेनीन कतारबद्ध व अनुशासन मै जुलुस मै चले। बुरहानी गार्ड ने इस जुलुस का बहुत ही अच्छे से प्रबंध किया। जुलुस बोहरा मस्जिद से शुरू हुआ जो की पुराना बसस्टैंड, सभा चौक, गणेश मंदिर, पुरानी सब्जी मंडी से होता हुआ तहसील रोड से वापस बोहरा मस्जिद के यंहा खत्म हुआ। अंत मै बोहरा मस्जिद के यंहा जमाली स्काउट द्वारा जनाब आमिल साहब को सलामी दी गईं। जनाब आमिल साहब ने सुवासरा पुलिस प्रशासन का और सभी बोहरा समाज का धन्यवाद किया। सुवासरा नगर पुलिस प्रशासन ने भी जुलुस को व्यवस्थित निकलाने मै सुचारु व्यवस्था की। अन्जुमने सैफी जमात और बुरहानी गार्ड सुवासरा ने सभी का आभार माना।
जश्ने ईद ए मिलादुन्नबी का त्यौहार इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार रबीउल अव्वल महीने की 12वीं तारीख पर मिलादुन्नबी के दिन ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन पर ही इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन को इतना खास माना जाता है। इस दिन तमाम मुसलमान खुशी मनाते हैं। घरों में रोशनी करते है। मिठाई बनाई जाती है और एक दूसरे को मुबारकबाद देकर खुशियां बांटी जाती है। पैगंबर साहब के मानवता के संदेश को घर घर पहुंचाने के लिए इस ईद मिलादुन्नबी का जूलूस कई जगह निकाला जाता है। इस में मुहम्मद साहब की शान में नात शरीफ़ पढ़ी जाती हैं और उनकी शिक्षा और जीवनी पर धार्मिक रहनुमा तकरीर भी करते हैं। उक्ट आशय की जानकारी ताहा मोहम्मद द्वारा दी गई है ।
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