अग्री भारत समाचार से ब्यूरो चीफ मु. शफकत दाऊदी की रिपोर्ट् ।
अलीराजपुर । जिले के ग्राम नानपुर में राठौड़ धर्मशाला में चल रही सप्तदिवसीय शिव महापुराण के प्रथम दिन पंडित शैलेन्द्र शास्त्री द्वारा कहे शब्द - आजकल के माता-पिता बच्चों को वीआईपी स्कूल, कॉलेजों में पढ़ा रहे हैं, 5 वर्ष की अवस्था से ही स्कूल भेज रहे हैं, पढ़ो-पढ़ो की एक होड़ मची है वे कहते हैं हमारे बच्चे फ्रेंक है, शिवमहापुराण की कथा कहती है कि अपने बच्चों को महंगे कॉलेज-स्कूल में पढ़ाओ, लेकिन उसके साथ उन्हें अच्छे संस्कार भी दो, ताकि दिल्ली में जैसा साक्षी के साथ हुआ वैसा आपके बच्चों के साथ न हो। यह बात कथावाचक पं. पंडित शैलेन्द्र शास्त्री शिव कोठी ओंकारेश्वर ने नानपुर में आयोजित शिवमहापुराण कथा के पहले दिन कही। उन्होंने कहा जिस घर के बच्चे मंदिर की सीढ़ी चढ़ते हैं, उस घर का बूढ़ा वृद्धाश्रम की सीढ़ी कभी नहीं चढ़ता। साथ ही श्राद्ध पक्ष में भागवत के महत्व को भी बताया।
श्री वीर दुर्गादासजी राठौड़ भागवत समिति राठोड़ समाज नानपुर के तत्वाधान में इस वर्ष जयंतिलालजी शंकरलाल राठौड़ परिवार मुख्य यजमान हैं। सप्तदिवसीय संगीत मय श्री शिव महा पुराण का आयोजन किया जा रहा है l जिसमे प्रथम दिन बैंड बाजे के साथ बग्गी में कथा प्रवक्ता को बैठाकर नगर में शोभायात्रा निकाली गई।महिलाएं एक पोशाक में सर पर कलश लेकर चल रही थी । शोभा यात्रा का जगह जगह स्वागत कर पोथी पूजा की गई।इस यात्रा में सम्मिलित महिला पुरुष ने नृत्य भी जमकर किया ।पूरे नगर में भ्रमण करके कथा स्थल राठौड़ समाज भवन में पहुंची। जहां 14 अक्तूबर तक प्रतिदिन 1 से 4 बजे तक कथा आयोजित होगी । कथा विश्राम के बाद आरती प्रसादी में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा लाभ लिया । आयोजन समिति , जजमान परिवार एवं राठौड़ समाज द्वारा सभी से उपस्थित रहकर इस धर्म गंगा का लाभ लेने का आव्हान किया।
Post a Comment