अग्रि भारत समाचार से अली अकबर चल्लावाला की रिपोर्ट
मेघनगर । विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त से आयोजित होने वाले मध्य प्रदेश के विधानसभा सत्र की तिथि आगे बढ़ाने और इस दिन शासकीय अवकाश घोषित करने की महामहिम राज्यपाल से थांदला विधायक वीर सिंह भूरिया ने मांग की है। इस संबंध में उन्होने एक पत्र भी राज्यपाल को भेजा है।
महामहिम राज्यपाल को भेजे गए पत्र में विधायक वीर सिंह भूरिया ने बताया कि हमारा मध्यप्रदेश आदिवासी बाहुल्य वाला राज्य है। जहाँ आदिवासी समाज अनादिकाल से ही अपनी अभिन्न संस्कृति, परंपराओं और रीति-रिवाजों को सवंर्धित एवं संरक्षित करने के लिए जाना जाता है। विश्व पटल पर आदिवासी मूल निवासी को एक विषिष्ट स्थान संवैधानिक तौर पर भारत के संविधान में एक अलग पहचान मिली है। 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाए जाने हेतु संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा पूरे विश्व में आदिवासियों की संस्कृति, रीति-रिवाज, परंपराओं और संवैधानिक अधिकारों को संरक्षित करने के लिए प्रतिवर्ष विश्व स्तर पर आदिवासी दिवस मनाए जाने की घोषणा दिसंबर 1994 में की गई।
गत दो वर्ष से प्रदेश में 9 अगस्त को शासकीय अवकाश भी घोषित नहीं किया गया है जिसके कारण हमारा आदिवासी मूल निवासी समाज अत्यंत आक्रोशित है। इसी क्रम में मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र भी 9 अगस्त से आहूत किया गया है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि प्रदेश के आदिवासियों की मूल भावनाओं पर प्रत्यक्ष कुठाराघात किया जा रहा है।
वर्तमान में मध्यप्रदेश विधानसभा में आदिवासी समाज से कुल 48 विधानसभा सदस्य प्रतिनिधित्व कर रहें हैं।
थांदला विधायक वीर सिंह भूरिया ने राज्यपाल को लिखा कि मध्यप्रदेश राज्य के संवैधानिक संरक्षक होने के नाते हम आपसे आग्रह करते है कि 9 अगस्त 2021 को शासकीय अवकाश घोषित करवाते हुए 9 अगस्त से आहूत विधानसभा सत्र की तिथि परिवर्तित करने के लिए मध्यप्रदेश शासन को निर्देशित करे। उक्त जानकारी विधायक मीडिया प्रतिनिधि अली असगर बोहरा द्वारा दी गई है ।
Post a Comment