अग्रि भारत समाचार से कादर शेख की रिपोर्ट
थांदला। देश मे जहाँ कोरोना संक्रमण के साधनों का आभाव बताया जा रहा है वही झाबुआ अंचल में जिला कलेक्टर व स्वास्थ्य अधिकारी की जागरूकता के कारण ऐसी कोई किल्लत देखी नही जा रही है। जानकारी देते हुए थांदला बीएमओ डॉ अनिल राठौर ने बताया कि सिविल अस्पताल के आधे हिस्से को कोविड सेंटर बनाया गया है वही जिला स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा भेजे गये नए स्टॉफ की बदौलत कुछ व्यवस्थाओं में सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में थांदला सिविल अस्पताल के अलावा परवलिया, खवासा व काकनवानी उपस्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना की जाँच की दोनों तरह की किट उपलब्ध है जिससे कोई भी व्यक्ति जिन्हें प्रारम्भिक कोरोना के लक्षण दिखते है वे कभी भी उक्त स्वास्थ्य केंद्र पर पहुँच कर निःशुल्क कोरोना की जाँच करवा सकते है। वैक्सीनेशन के बारें में जानकारी देते हुए डॉ अनिल ने बताया कि वर्तमान में 45 से ऊपर वाले कोई भी व्यक्ति कभी भी प्रातः 10 से 5 बजे के बीच कन्या उमावि पर बने वैक्सीनेशन सेंटर पर आकर वैक्सीन लगवा सकता है। इसके दोनों डोज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने 18 से 45 वर्ष वाले युवाओं कि को वैक्सीन के बारे में बताया कि इसके लिए पंजीयन प्रक्रीया द्वारा ही वैक्सीनेशन के निर्देश है इसके लिए युवा अपने मोबाइल एप द्वारा पहले पंजीयन करवाये व उन्हें बताई तिथि पर आकर वे भी वैक्सीन लगवा सकते है।
दूसरा डोज उपलब्ध पर लग नही रहा
इधर कम्प्यूयर में दूसरे डोज की समयावधि 28 से बड़ कर 84 दिन हो जाने से जानकारी के आभाव में अनेक नागरिक परेशान होते भी दिखाई दिए। बताया जाता है कि 45 वर्ष से ऊपर के नागरिकों की वैक्सीन तो पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है लेकिन कम्प्यूटर में दूसरे डोज के लिए अब 84 दिन बाद का समय हो जाने से पहली वैक्सीन लगा चुके नागरिक सेंटर पर आने के बाद बिना वैक्सीन लगवाये ही जाना पड़ा। बीएमओ का कहना है कि यह 84 दिन के समय वाली प्रक्रिया कुछ दिन पूर्व ही शुरू हुई है व पूरा ऑन लाइन काम होने से अब नागरिकों को दूसरे डोज के लिए 84 दिन का इंतज़ार करना होगा जबकि पहला डोज तो कभी भी आकर लगवा सकते है।
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