अग्रि भारत समाचार से अमित जैन (नेताजी) की रिपोर्ट
झाबुआ । कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति के कदावर नेता मोतीलाल वोरा बाबूजी का सोमवार को निधन हो गया। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और अविभाजित मध्यप्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे वोरा ने ओखला (दिल्ली) स्थित फोर्टिस एस्काॅर्ट अस्पताल में अंतिम सांस ली। श्री वोरा ने 1988 में केन्द्र में स्वास्थ्य परिवार कल्याण नागरिेक उडययन का प्रभार संभाला था, श्री वोरा ने कांग्रेस पार्टी में रहकर विभिन्न पदों पर कार्य किया है, वे 2000 से 2018 तक तक कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे इसके बाद स्वास्थगत कारणों से उन्होंने स्थिफा दे दिया था। उनके निधन का समाचार सुनते ही झाबुआ जिले के कांग्रेसजनों ने शोक की लहर व्याप्त हो गई, उनके निधन पर जिला कांग्रेस ने अपनी श्रृद्धांजली दी।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं क्षेत्रिय विधायक कांतिलाल भूरिया ने दूःख जताते हुए कहा कि वे मध्यप्रदेश, छतीसगढ ही नहीं बल्कि देश के वरिष्ठ राजनेता थे, वे उस पिढ़ि से थे जिसने सेवा की राजनीति की है। वे सरल सभाओं के एवं सबको साथ लेकर चलने वाले नेता थे। उनका निधन कांग्रेस पार्टी के लिए अपुरणीय क्षति है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने उनके निधन पर अपनी भाव पूर्ण श्रृद्धांजली देते हुए कहा कि वे निष्ठा, ईम्मानदारी के जीती जागती मिशाल थे। कांग्रेस पाटी्र्र उनका योगदान कभी नही भूला सकती है। नव नियुक्त प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ. विक्रां भूरिया ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे सिद्धांत की राजनीति करने वाले एक निर्विवाद आदर्श नेता थे।
उनके निधन पर विधायक वालसिंह मेड़ा, विधायक वीरसिंह भूरिया, पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा, जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष हेमचन्द्र डामोर एवं रूपसिंह डामोर, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति डामोर, नगरपालिका अध्यक्ष मन्नु डोडियार, जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भटट, आचार्य नामदेव, संभागीय प्रवक्ता साबिर फिटवेल, कांग्रेस पदाधिकारी प्रकाश रांका, विजय भाबोर, विनय भाबोर, रायसिंह गेहलोत, गौरव सक्सेना सहित जिला कांग्रेस , ब्लाॅक कांग्रेस, शहर कांग्रेस, महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस, एनएसयूआई सेवादल एवं विभिन्न मोर्चा संगठन के पदाधिकारीयों ने उनके निधन पर श्रृदांजली दी।
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