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Agri Bharat Samachar -  Indore, Jhabua and MP Hindi News

अग्रि भारत समाचार से अली असगर बोहरा  मो.न.8962728652

Worship of nine-day Navpadi Oliji more than 60 ascetics are availing benefits

झाबुआ । जैन तीर्थ श्री ऋषभदेव बावन जिनालय में श्वेतांबर जैन श्री संघ एवं चातुर्मास समिति द्वारा गत 23 अक्टूबर से आयोजित नौ दिवसीय श्री सिद्ध चक्र शाश्वती नवपद ओलीजी की आराधना आरंभ हो गई है। यह आराधना विदुषी साध्वी रत्ना श्री विद्वत गुणा श्रीजी मसा एवं साध्वी श्री रश्मि प्रभा श्रीजी मसा आदि ठाणा-2 की निश्रा में चल रहीं है। जिसमें सकल जैन श्री संघ के 60 से अधिक तपस्वी सम्मिलित होकर ओलीजी की आराधना कर रहे है। नवपद ओलीजी के संपूण लाभार्थी ‘‘जैन सोश्यल ग्रुप मैत्री’’ Jhabua है।

 जानकारी देते हुए श्वेतांबर जैन श्री संघ अध्यक्ष संजय मेहता एवं जेएसजी ‘मैत्री’ के अध्यक्ष जय भंडारी ने बताया कि ओलीजी की आराधना मे कोविड के नियमो का भी पालन किया जा रहा है। इस हेतु आयोजक सहित तपस्वी मास्क या कपड़े के साथ सोश्यल डिस्टेनसिंग का भी पालन कर रहे है। यह आराधना 23 अक्टूबर से आरंभ हुई है, जो 31 अक्टूबर तक चलेगी। 1 नवंबर को आयोजकों एवं तपस्वियों का बहुमान के साथ सभी तपस्वियों के भव्य पारणे का आयोजन होगा।

राजस्थान एवं गुजरात के महाराज दे रहे सेवाएं

जेएसजी ‘मैत्री’ अध्यक्ष जय भंडारी ने बताया कि ओलीजी की आराधना में भोजन बनाने मे महारथी बाहर से बुलाए गए है। जिसमें राजस्थान एवं गुजरात के महाराज, जो कुल 5 सदस्यों की टीम के साथ, नवपद ओलीजी की तपस्या में अपने हुनर से रस रहित भोजन अलग अलग तपस्वियों के लिए बना रहे हैं। इस महान तप के हिसाब से नियमानुसार भोजन बनाना बहुत ही जटिल कार्य होता है।


आराधना के पहले दिन 23 अक्टूबर को 72 तपस्वियों ने आराधना कर आयंबिल का लाभ लिया। ओली जी में अलग-अलग वरण की ओलीजी, श्री वर्धमान आयंबिल तप, ऊडद की ओलीजी, श्री अष्टापद ओलीजी एवं कई अन्य आयंबिल तप किए जा रहे है। मैत्री परिवार के करीब 25-30 सदस्य प्रतिदिन ओलीजी आराधना एवं आयंबिल में निःस्वार्थ सेवाएं दे रहे है। उनकी खूब-खूब अनुमोदना की जा रहीं है। 24 अक्टूबर को 62 तपस्वियों ने आराधना कर आयंबिल का लाभ लिया। कोरोना काल मे इन्फेक्शन ना फेले, इसलिए लिक्विड हैंड वाॅश, हैंड ग्लोब्स एवं मास्क तथा सोश्यल डिस्टेनसिंग का भी ध्यान रखा जा रहा है। ओलीजी तप की शुरुआत में सबसे पहले साध्वीजी को गोचरी वेराई जाती है, उसके बाद साध्वीजी अपने मुख से मांगलिक सुनाकर इस महान तपस्या का आरंभ करवाते हैं।

जैन सोश्यल ग्रुप मैत्री Jhabua के पुरूष वर्ग नीरज गादिया (जोन को-ऑर्डिनेटर), मनोज बाबेल (संस्थापक अध्यक्ष), पराग रुनवाल, अंकित रुनवाल, सुधीर श्रीमाली, अंकुर भंडारी, संचित बाबेल, शालीन धारीवाल, प्रिंस घोड़ावत, संजय कटकानी, नितेश कोठारी, सुशील संघवी, अमित जैन, दीपक चैधरी, विराट पितलिया, रौनक घोड़ावत, महिला सदस्यों में श्रुति सकलेचा, सीमा राठौर, निक्की जैन, खुशबू रुनवाल, निशा भंडारी, मीनल बाबेल, रेखा श्रीमाल, विधि धारीवाल, उष्मई जैन, चीना घोड़ावत, रीना जैन, चंचल पितलिया, सोनल कटकानी आदि सदस्यों द्वारा ओलीजी की आराधना में अपनी श्रम सेवा(पुरसगारी सेवा) प्रदान की जा रहीं है।


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