अग्रि भारत समाचार बड़वानी✍️
बड़वानी । नगर के इंद्रभवन परिसर में सवेरा लॉज के पीछे पुराने कमरों की खुदाई के दौरान एक तांबे का घड़ा निकला। जिसमें चांदी के सिक्के भरे हुए थे। वहीं जब मजदूरों ने इसकी जानकारी ट्रैक्टर मालिक को दी तो मालिक खुदाई में निकला घड़ा घर लेकर चला गया। लेकिन इसी बीच किसी ने पुलिस को इस मामले की खबर दे दी, तो पूरे मामले का खुलासा हो पाया।
वहीं SDOP रेखा यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि, झण्डा चौक पर एक पुराने मकान की खुदाई के दौरान वहां काम कर रहे मजदूरों को खुदाई में एक तांबे का घड़ा मिला, जिसमें प्राचीन काल के सिक्के भरे हुए थे। जिसके बाद मजदूरों ने इसकी जानकारी ट्रैक्टर मालिक कैलाश धनगर को दी। कैलाश ने सिक्के मिलने की बाद प्रशासन से छुपाते हुए सिक्के खुद छुपा दिए। इसके बाद पुलिस को मुखबीर से सुचना मिली।
सूचना के आधार पर पुलिस ने कैलाश धनगर से सिक्कों के संबंध में पूछताछ की, तो वह पुलिस को गुमराह करने लगा। उसके बाद उसकी मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई, तो उसने सिक्के मिलने की बात कबूली। जिसके बाद पुलिस ने घडे सहित सिक्कों को जब्त किया। सिक्कों का वजन कुल 27 किलो 300 ग्राम है। जिनकी बाजार में कीमत लगभग 14 लाख है। सिक्कों पर प्राचीन मुगल और अरबी भाषा में लिखा हुआ जो संभवतः प्राचीन काल के ही हैं। पुलिस ने सिक्कों की जानकारी छिपाने के आरोप में कैलाश धनगर के खिलाफ आईपीसी की 1878 के तहत 4 और 20 के तहत कार्रवाई की है।
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