अग्रि भारत समाचार के लिये ब्यूरो चीफ शफ़क़त दाऊदी की रिपोर्ट
कुक्षी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा जनजातीय सम्मेलन में शामिल होने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल आ रहे हैं। इन कार्यक्रमों को लेकर राज्य सरकार करोड़ो रुपये खर्च भी कर रही है। सरकार आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कुक्षी को जिला बनाकर सही मायने में जनजातीय गौरव दिवस को सार्थक करें।
उक्त बात कुक्षी जिला बनाओ आंदोलन व "जनादेश सरकार" प्रमुख सोमेश्वर पाटीदार ने कही।
उन्होंने कहा कि, कुक्षी को जिला बनाने की कार्यवाही शासन स्तर पर लंबित है जिसे गति देकर अतिशीघ्र जिला घोषित कर स्थापित करें। कुक्षी जिला बनने के सभी मापदंड पर सक्षम है, और लम्बे समय से जिले की सौगात पाने को क्षेत्रवासी आशान्वित है। वर्तमान में जिला मुख्यालय धार की दूरी 150 किमी के लगभग होने से डही, निसरपुर क्षेत्र के आदिवासी, किसानों व आमजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जिला कुक्षी होगा तो बाग, टांडा, गंधवानी, मनावर, सिंघाना, डेहरी के लोगो को भी राहत मिलेगी और प्रशासनिक दृष्टि से कानून व्यवस्था व केंद्र व राज्य की योजनाओं के क्रियान्वयन में मदद मिलेगी। क्योंकि, कुक्षी जिला मुख्यालय से लगभग 1 घण्टे में सम्भावित जिला क्षेत्र के किसी भी स्थान पर जा सकते या आ भी सकते है। पाटीदार ने कहा कि, आदिवासियों, किसानों, व्यापारियों सहित सभी की सरकार को चिंता है तो कुक्षी को जिला बनाकर बड़ी सौगात देकर विकास के नए द्वार खोले। राजनीतिक हित को न देखकर जनहित में कुक्षी को जिला बनाये।
पाटीदार ने स्पष्ट रूप से कहा कि, निर्विकल्प संकल्प है कुक्षी को जिला बनाना ही चाहिए, बनाना ही होगा। हम क्रमबद्ध आंदोलन के लिए तैयार है। बता दे, कुक्षी जिला बनाने के संकल्प के साथ आंदोलन प्रमुख सोमेश्वर पाटीदार नवरात्रि से गणतंत्र दिवस 2022 (112 दिवस) तक मौन उपवास पर है।
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