अग्रि भारत समाचार से रशीदा पीठावाला की रिपोर्ट
इंदौर । दीपक बुझाना हमारी संस्कृति नही हमारी संस्कृति में दीप प्रज्वलित किए जाते है। प्रकाश भी हमारे लिए पुजनीय है। जन्म दिन पर गो सेवा व पुजन से जीवन भर संतोष व गोमाता का आशीर्वाद मिलता है। यह उद्बोधन महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास जी महाराज ने संस्था गो-सेवाभारती द्वारा 2 वर्षिय बालक वरध लखोटिया के जन्म दिन पर संस्था द्वारा आयोजित गोसेवा व पुजन के अवसर पर व्यक्त किए। संस्था के महामंत्री राजेन्द्र असावा व प्रचार प्रमुख बुरहानुद्दीन शकरूवाला ने बताया की बालक वरध लखोटिया का जन्म दिन वैदिक सनातनी परंपरा से गो-सेवाभारती द्वारा राम मंदिर पंचकुईया गोशाला पर भगवान एवं गोमाता की साक्षी में मनाया गया इस अवसर पर भगवान शिवजी का टीकमजी का हनुमानजी का एवं गोमाता की पूजन आरती की गई। 2 वर्ष की आयु के 2 दीपदान किए। गोमाता को हरा चारा, हरी सब्जियां, फल, गुड के द्वारा भोग लगाया एव गोभोज का आयोजन किया गया। विशेष अतिथि डॉ. कोशलकिशोर जी पांडे ने कहा की यह हर्ष का विषय है की बच्चों को हम बचपन से ही धार्मिक और आध्यात्मिक संस्कार दे कर उनका जन्म दिन मना रहे है। भारतीय संस्कृति परंपरा से नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाने की आज आवश्यकता भी है। कार्यकारी अध्यक्ष सुरेशजी पिंगले ने संस्था के कार्यो की जानकारी दी। इस अवसर पर बनवारी लखोटिया, ललित बाहेती, लक्ष्मीनारायण मेडतवाल, हल्केरामजी शर्मा, नरेश अग्रवाल, विकास शर्मा, ललित लखोटिया सहित बड़ी संख्या में गोभक्त उपस्थित थे। संचालन एवं आभार प्रदर्शन सुरेश पिंगले ने किया।
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