अग्रि भारत समाचार से ब्यूरो चीफ शफ़क़त दाऊदी की रिपोर्ट
नानपुर । ज्ञान की देवी मां सरस्वती का प्राकट्य दिवस वसंत पंचमी मंगलवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। मां शारदे के साधकों ने ज्ञान, बुद्धि, कला और संगीत का आशीष की प्रार्थना की । स्वयंसिद्ध मुहूर्त में मंदिरों के साथ ही शिक्षण संस्थानों सरस्वती शिशु मंदिर में माता सरस्वती का पूजन किया गया।साथ कोरोना से मुक्ति के लिए प्रार्थना भी की गई। अमृत और सर्वार्थ सिद्धि के मंगलकारी संयोग में वसंत ऋतु के आगमन का उल्लास छाया रहा।
इस मौके पर समिति अध्यक्ष तरुण जी वाणी ने कहा कि मां सरस्वती की कृपा होने से व्यक्ति को ज्ञान, बुद्धि, कला और संगीत का वरदान प्राप्त होता है।
वसंत पंचमी का दिन मां सरस्वती की पूजा का विशेष दिन माना जाता है और मां सरस्वती ही बुद्धि और विद्या की देवी हैं। मान्यता है कि जिस छात्र पर मां सरस्वती की कृपा हो उसकी बुद्धि बाकी छात्रों से अलग और बहुत ही प्रखर होती है। ऐसे छात्र को कोई भी विद्या आसानी से प्राप्त हो जाती है।
साथ ही सरस्वती शिशु मंदिर में बसंत पंचमी के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, सरस्वती शिशु मंदिर की प्रधानाचार्या श्री मती ललिता दीदी ने कहा कि आज के दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा का विशेष महतव है। इससे हमारी बुद्धि निर्मल रहती है और सकारात्मक सोच का विकास होता है। आज के दिन ऋतुराज बसंत का आगमन माना जाता है।
स्वामी विवेकानंद शिक्षा समिति और सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मां शारदा को जन्म उत्सव मनाया एवं महाआरती की प्रसादी बांटी गई। चलो जलाएं दीप वहां ,जहां तक अभी अंधेरा, इसी भावना से प्रेरित होकर मां सरस्वती का पूजन कर समर्पण राशि सरस्वती जी के चरणों में समर्पित की ।
इस मौके पर उपस्थित रहे प्रधानाचार्य श्रीमती ललिता दीदी चौहान श्री मती गायत्री वाणी , देवेंद्र जी सोनी व्यवस्थापक , तरुण जी वाणी अध्यक्ष , एम एल वाणी जी ,विवेकानंद गुप्ता जी, राजेश जी राठौर मौजूद रहे।
Post a Comment