स्वच्छ भारत मिशन की खुली पोल ।
अग्री भारत सामाचार से मोहम्मद सलमान की रिपोर्ट।
बैतूल। ग्राम पंचायत दामजीपुरा में वन विभाग कार्यालय के पास गंदगी का अंबार लगा हुआ है। रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों और आसपास के व्यापारियों को तेज बदबू और गंदगी का रोज सामना करना पड़ रहा है, गंदगी रोड तक फैल चुकी है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और पंचायत आंखें मूंदे बैठे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सफाई को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा, रोजाना गंदगी इकट्ठा होती है और वही पड़ी रहती है। इससे बाहर से आने वाले लोगों और दुकानदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री का सपना कागजों में सिमट कर रह गया ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव और शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन दामजीपुरा में हालात उलट हैं। कागजों में अभियान चल रहा है, जमीन पर गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है।
पंचायत की घोर लापरवाही
दामजीपुरा में हर शनिवार साप्ताहिक बाजार लगता है, जहां बड़ी संख्या में व्यापारी आते हैं। लेकिन बाजार उठने के बाद भी सप्ताह भर गंदगी सड़क और आसपास पसरी रहती है, सफाई के लिए कोई अभियान नहीं चलाया जाता।
ठेकेदार की वसूली, सफाई गायब
ग्रामीणों का आरोप है कि साप्ताहिक बाजार का ठेका लाखों में हुआ है, ठेकेदार सिर्फ वसूली करता है लेकिन सफाई की जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। ठेकेदार की लापरवाही बीमारी का कारण बन रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसे ठेकेदार का ठेका तत्काल निरस्त किया जाए।
सावन में महिलाओं को गंदगी से गुजरना मजबूरी
पवित्र सावन माह में जब महिलाएं उपवास रखकर सुबह मंदिर पूजा के लिए निकलती हैं, तब उन्हें गंदगी और बदबू के बीच से गुजरना पड़ रहा है। यह हालात पूरे गांव की आस्था और स्वास्थ्य दोनों के लिए खतरा बन चुके हैं। यदि पंचायत और जिम्मेदार विभाग ने समय रहते सफाई पर ध्यान नहीं दिया तो गंदगी से बीमारी फैलने की पूरी आशंका है। ग्रामीणों ने मांग की है कि वन विभाग कार्यालय के आसपास और साप्ताहिक बाजार स्थल पर नियमित सफाई कराई जाए ताकि स्वच्छ भारत मिशन का सपना सच में धरातल पर उतर सके।
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